नेटवर्क मार्केटिंग में सबसे पोलुलर प्लान हैं बाइनरी नेटवर्क मार्केटिंग प्लान . इस आर्टिकल में Binary Plan क बारे में जानकारी दिया जायेगा।
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पहले समज ते हैं कि बाइनरी सब्द की अर्थ किया होता हैं. बाइनरी स्तब्ध की अर्थ होता हैं दो , जिसकी दो नोड्स हैं उसको बोलै जाता है बाइनरी।
इसी तरह से अगर नीचे और वी मेंबर कुर्ता हैं तब आपकी पैर बरता जायेगा ।
A. इस ईमेज में देखिए a member की एक लेफ्ट और b member ki एक राइट पोजिशन पे मेंबर आया हैं इसलिए You member को एक पैर की मैचिंग मिल जायेगा।
B. जब a मेंबर की राइट में एक न्यू ज्वाइनिंग आएगी तब a मेंबर को एक पैर की मैचिंग मिलेगा,
इसी तरह से b member कि जब लेफ्ट में एक और ज्वाइनिंग आएगा तब b मेम्बर को एक पैर मिल जायेगा।
C. अभी a & b मेम्बर को एक एक पैर मैच होने के लिए एक और पैर मिल जायेगा टॉप मेंबर you को।
अगर कोई मेंबर की लेफ्ट & राइट पोजिशन पे मेंबर हैं तब अगर कोई और एक आईडी आती हैं तब उस न्यू मेंबर की पोजिशन किया होगा? अगर न्यू मेंबर ने लेफ्ट पोजिशन चूस किया हैं तब एकदम नीचे कि लेफ्ट id के लेफ्ट पोजिशन पे प्लेसमेंट हो जायेगा।
अगर राइट पोजिशन चूस करता हैं तब सबसे नीचे राइट मोस्ट पोजिशन पे प्लेसमेंट हो जायेगा।
इस तरह से ऑटो पोजिशन प्राप्त करने को बोला जाते हैं spill होना।
जायदातर कंपनी पहला पेअर २ : १ नहीं तोह १ : २ इसी आर्डर में देती हैं उसके बाद नेक्स्ट पेअर से १ : १ की हिसाब से पेअर काउंट किया जाता हैं।
ऐसा वी होता हैं की पहला पेअर १ : १ की हिसाब से दिया जाता हैं।
अगर आप प्रोडक्ट BV के ऊपर मैचिंग काउंट करना चाहते हैं तब आपको , जितनी BV की मैचिंग यानी लेफ्ट : राइट में जितनी BV की बिज़नेस आएगी उसके परसेंटेज में बाइनरी कमीशन गेनेराते किया जाता हैं।
किसी किसी कंपनी पहले से लेके लास्ट तक २:१ और १:२ की हिसाब से मैचिंग पेअर काउंट करती हैं।
इस में सौंपने की एक डेट लिमिट से स्टार्ट होक नेक्स्ट डेट लिमिट तक जितनी बिज़नेस आएगी उसके कुछ परसेंटेज को निकल के divide किया जायेगा कितना पेअर मैचिंग हुआ हैं उससे। या करने से पेअर रेट मिल जाता हैं। अवि जिसको जितनी पेअर मिला हैं उसके हिसाब से कमीशन डिस्ट्रीब्यूट किया जाता हैं.
Network Marketing plan कितनी तरह का होती हैं ?
बाइनरी सिस्टम में कमीशन डिस्ट्रीब्यूट करने क लिए जायदातर ३ तरीका होती हैं। एक एक करके आपके साथ बिस्तर से अलोचना किया जायेगा अवि।
इसमें कंपनी पेअर रेट ठीक करदेता हैं। जिसको जितनी पेअर की मैचिंग हुआ हैं उसके अनुसार कमीशन मिलती हैं
example : अगर पेअर रेट हैं 250 की और मेंबर A को 4 पेअर की मैचिंग हुआ हैं , तब मेंबर A को कमीशन मिलेगा = (250 X 4 ) = 1000/-
इसमें कंपनी BV मैचिंग की ऊपर कमीशन डिस्ट्रीब्यूट करता हैं।
Example : कंपनी पहले इ डिक्लेअर किया हैं की मैचिंग की 10 % कमीशन डिस्ट्रीब्यूट करेगा। अगर करंट वीक में आपकी
लेफ्ट : राइट आया हैं 1000 : 1000 की मैचिंग आया हैं तब आपको मिलेगा = (1000 x 10 %) = 100/-
इसमें कंपनी टोटल सौंपने बिज़नेस की कुछ परसेंटेज को डिस्ट्रीब्यूट करता हैं जो मेंबर को पेअर मैच हुआ हैं।
Example : कंपनी एक डेट रेंज में चाहे वह वीकली हो और डेली और मंथली , कंपनी की टोटल टर्न ओवर ( CTO ) की 10 % डिस्ट्रीब्यूट करेगा। अवि सोच लीजिये सौंपने डेली कमीशन डिस्ट्रीब्यूट करता हैं। आज की दिन में टोटल कम्पनी टर्न ओवर ( CTO ) 1000 , अवि 1000 की 10 % मतबा 100 डिस्ट्रीब्यूट किया जायेगा। पाकर लीजिये आज कम्पनी में टोटल पेअर मैच हुआ है 10 तब पेअर रेट होता हैं = (100 / 10 ) = 10 . दो मेंबर में से पहला मेंबर को 6 & दूसरे मेंबर को 4 पेअर करके मैचिंग हुआ हैं। अवि पहला मेंबर को (6 X 10 ) = 60/- मिल जायेगा , दूसरे मेंबर को (4 X 10 ) = 40/- मिल जायेगा।
capping मत्लभ सबसे जायदा कमीशन कितनी दिया जायेगा उसकी लिमिट.
Example : अगर कोई मेंबर को 5000 की कमीशन गेनेराते हुआ हैं , पर कम्पनी कंडीशन सेट करदिया हैं की कैपिंग हैं 2500 की। इस कंडीशन में मेंबर की 5000 की कमीशन न बजह 2500 की कमीशन मिलेगा।
A मेंबर की अगर लेफ्ट : राइट में जोइनिंग आया हैं 20 : 16 तब 16 पेअर की मैचिंग बनेगा मेंबर की एंड लेफ्ट साइड की बचा हुआ 4 मेंबर नेक्स्ट पेअर मैच क लिए रह जायेगा। जब राइट में कोई व् मेंबर ज्वाइन करेगा तब एक पेअर की मैचिंग मिल जायेगा A मेंबर को, आवर 3 मेंबर रह जायेगा नेक्स्ट क लिए।
बाइनरी प्लान में जिस साइड पे जायदा मेंबर आती हैं वह साइड और लेग को बोलै जाता हैं पावर लेग।
जिस साइड पे काम जोइनिंग आती हैं वह साइड को बोलै जाता हैं वीकेर लेग।
A मेंबर की अगर लेफ्ट : राइट में जोइनिंग आया हैं 20 : 16 तब 16 पेअर की मैचिंग बनेगा मेंबर की एंड लेफ्ट साइड की बचा हुआ 4 मेंबर नेक्स्ट टाइम क लिए नहीं रहेगा इसको बोलै जाता हैं Flush-Out . कोई कोई कम्पनी Flush-Out सिस्टम को रखता हैं कुछ सौंपने नहीं रखता हैं या टोटली कम्पनी क ऊपर निर्भर करता हैं।
Binary mlm calculator क लिए आपको कुछ एंट्री करना परता हैं। जैसे क पेअर रेट , १स्ट पेअर किसतरह का होगा , कितनी लेवल तक कैलकुलेशन करना हैं , आउर डिडक्शन कितनी ककरणी हैं कमीशन में से। Binary mlm calculator हमेशा मैक्सिमम मेंबर को पकारके इ calculation करती हैं ।
FAQ :
Ans : बाइनरी स्तब्ध की अर्थ होता है दो , या प्लान में दो साइड रहता है एक लेफ्ट आवर एक राइट।
Ans : अगर आप पीरमद स्टरक्चरे फॉलो करते है न तब बाइनरी प्लान क़ानूनी नहीं है।
Ans : नेटवर्क मार्केटिंग मैं बाइनरी , लेवल & जनरेशन प्लान बेस्ट होता है प्रोडक्ट मार्केटिंग करने के लिए।
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Very👍 good system in my mind
I am agree with your plans
You are most welcome.